polarimeter experiment.यह प्रयोग सूक्ष्मणीय पदार्थों (Optically Active Substances) की प्रकाश के ध्रुवण पर प्रभाव को समझने के लिए किया जाता है। जब ध्रुवीकृत प्रकाश किसी सूक्ष्मणीय पदार्थ, जैसे सुक्रोज के घोल, से होकर गुजरता है, तो प्रकाश की दिशा बदल जाती है। इस प्रक्रिया को ऑप्टिकल रोटेशन (Optical Rotation) कहा जाता है।
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प्रयोग 5: सूक्ष्मणीय पदार्थों की घूर्णन क्रिया के अध्ययन हेतु घूर्णनमापी (Polarimeter) का उपयोग
उद्देश्य (Objective):
इस प्रयोग का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्मणीय पदार्थ, जैसे सुक्रोज (Cane Sugar), के विशिष्ट घूर्णनांक (Specific Rotation) को मापना है। इसके लिए घूर्णनमापी (Polarimeter) का उपयोग किया जाता है। इस उपकरण की सहायता से यह अध्ययन किया जाता है कि सूक्ष्मणीय पदार्थ प्रकाश की ध्रुवीयता को किस प्रकार प्रभावित करता है।
प्रयोग का सिद्धांत (Principle):
जब ध्रुवीकृत प्रकाश किसी सूक्ष्मणीय पदार्थ, जैसे सुक्रोज के घोल, से होकर गुजरता है, तो उसकी ध्रुवीयता का कोण बदल जाता है। यह परिवर्तन घूर्णन के रूप में जाना जाता है। इस प्रक्रिया को ऑप्टिकल रोटेशन (Optical Rotation) कहते हैं।
सूक्ष्मणीय पदार्थ वह होते हैं जो ध्रुवीकृत प्रकाश के कोण को घुमाते हैं। ऐसे पदार्थ प्रकाश को दाएँ या बाएँ दिशा में मोड़ सकते हैं:
- दक्षिणावर्त घूर्णन (Clockwise Rotation): इसे “डेक्सट्रो-रोटेटरी” कहा जाता है।
- वामावर्त घूर्णन (Anti-clockwise Rotation): इसे “लेवो-रोटेटरी” कहा जाता है।
घूर्णनमापी (Polarimeter) के उपयोग से घूर्णन कोण (α) को मापा जाता है। इसके बाद विशिष्ट घूर्णनांक [a] निम्नलिखित सूत्र से निकाला जाता है:
[a]=l⋅cαजहाँ:
- [a] = विशिष्ट घूर्णनांक (Specific Rotation), जिसे ∘ प्रति डेसिमीटर प्रति ग्राम प्रति मिलीलीटर में मापा जाता है।
- α = अवलोकित घूर्णन कोण (Observed Angle of Rotation)।
- l = ट्यूब की लंबाई (Length of Polarimeter Tube), जिसे डेसिमीटर (dm) में मापा जाता है।
- c = सॉल्यूशन की सांद्रता (Concentration of the solution), ग्राम प्रति मिलीलीटर (g/ml) में।
इस सूत्र का उपयोग करके, हम यह माप सकते हैं कि किसी निश्चित सांद्रता वाले घोल के कारण ध्रुवीकृत प्रकाश कितने डिग्री तक घूमा है।
आवश्यक सामग्री (Materials Required):
- घूर्णनमापी (Polarimeter): यह उपकरण ध्रुवीकृत प्रकाश के घूर्णन कोण को मापने के लिए उपयोग किया जाता है।
- ध्रुवीकृत प्रकाश स्रोत (Polarized Light Source): प्रकाश को ध्रुवीकृत करने के लिए यह स्रोत आवश्यक है।
- सुक्रोज घोल (Sucrose Solution): अलग-अलग सांद्रता (4%, 6%, 8%, और 10%) के घोल प्रयोग के लिए तैयार किए जाते हैं।
- आसुत जल (Distilled Water): घोल तैयार करने के लिए।
- माप सिलेंडर (Measuring Cylinder): सटीक मात्रा में घोल मापने के लिए।
- घूर्णनमापी ट्यूब (Polarimeter Tube): इसमें घोल भरकर माप लिया जाता है।
- सफाई के लिए कपड़ा: उपकरण और ट्यूब को साफ रखने के लिए।
विधि (Methodology):
1. उपकरण तैयार करना (Setup of Equipment):
- घूर्णनमापी को समतल सतह पर रखें और सुनिश्चित करें कि यह सही ढंग से कैलिब्रेटेड है।
- प्रारंभिक समायोजन (Zero Adjustment) करके इसे शून्य पर सेट करें।
2. सॉल्यूशन तैयार करना (Preparation of Solution):
- सुक्रोज के विभिन्न सांद्रता वाले घोल (4%, 6%, 8%, 10%) तैयार करें।
- माप सिलेंडर का उपयोग करके सटीक मात्रा में आसुत जल और सुक्रोज मिलाएं।
3. मापन प्रक्रिया (Measurement Process):
- पहले ट्यूब को साफ करें और उसमें 4% सांद्रता वाला घोल भरें।
- ट्यूब को घूर्णनमापी में सावधानीपूर्वक रखें।
- उपकरण में उपलब्ध घूर्णन स्केल (Scale) को पढ़कर घूर्णन कोण (α) नोट करें।
- इसी प्रक्रिया को 6%, 8%, और 10% सांद्रता वाले घोल के लिए दोहराएं।
4. डेटा रिकॉर्ड करना (Recording the Observations):
- प्रत्येक सांद्रता के लिए घूर्णन कोण (α) को नोट करें।
- इन मापों को एक तालिका में व्यवस्थित करें।
अवलोकन तालिका (Observation Table):
सांद्रता (%) | अवलोकित घूर्णन कोण (α) |
---|---|
4% | 0.04 |
6% | 0.06 |
8% | 0.08 |
10% | 0.10 |
गणना (Calculation):
विशिष्ट घूर्णनांक ([a]) की गणना के लिए सूत्र का उपयोग करें:
[a]=l⋅cα
मान्यताएँ:
- ट्यूब की लंबाई (l) = 1 डेसिमीटर।
- सांद्रता (c) = घोल की सांद्रता, ग्राम प्रति मिलीलीटर।
- अवलोकित घूर्णन कोण (α) = ऊपर दी गई तालिका से।
उदाहरण:
यदि 4% सांद्रता (c=0.04gm/ml) के लिए अवलोकित घूर्णन कोण α=0.04, तो:
[a]=1⋅0.040.04=1इसी प्रकार, सभी सांद्रताओं के लिए विशिष्ट घूर्णनांक का मान समान रहेगा।
ग्राफिकल विश्लेषण (Graphical Analysis):
अवलोकित घूर्णन कोण (α) को सांद्रता (c) के विरुद्ध प्लॉट करें। यह एक सीधी रेखा देगा, जो इस बात की पुष्टि करता है कि घूर्णन कोण और सांद्रता का संबंध रैखिक है।
निष्कर्ष (Conclusion):
- प्रयोग का परिणाम:
- विशिष्ट घूर्णनांक का मान 0.05 gm/l प्राप्त हुआ।
- अध्ययन की पुष्टि:
- अवलोकित घूर्णन कोण (α) और सांद्रता (c) के बीच रैखिक संबंध स्थापित किया गया।
- प्रयोग का महत्व:
- इस विधि का उपयोग खाद्य पदार्थों की शुद्धता जाँचने और अन्य रसायनिक प्रयोगों में किया जाता है।
सावधानियाँ (Precautions):
- ट्यूब को ठीक से साफ करें और उसमें बुलबुले न आने दें।
- सभी माप सटीकता के साथ लें।
- घूर्णनमापी का प्रारंभिक समायोजन सही ढंग से करें।
- घोल की सांद्रता को सही अनुपात में तैयार करें।
प्रयोग का महत्व (Significance of the Experiment):
1. औद्योगिक उपयोग (Industrial Applications):
यह तकनीक चीनी उद्योग में शुद्धता और सांद्रता का परीक्षण करने के लिए उपयोगी है।
2. रसायनिक अध्ययन (Chemical Analysis):
इस प्रयोग से अज्ञात रसायनों की संरचना और सांद्रता को निर्धारित किया जा सकता है।
3. शैक्षणिक उपयोग (Educational Use):
यह प्रयोग विद्यार्थियों को घूर्णनमापी के सिद्धांत और ऑप्टिकल रोटेशन की प्रक्रिया को समझने में मदद करता है।
विस्तृत विश्लेषण (Detailed Analysis):
- यह प्रयोग प्रकाश और पदार्थ के बीच के परस्पर क्रिया का अध्ययन करने में सहायक है।
- ऑप्टिकल रोटेशन के माध्यम से हम यह भी जान सकते हैं कि कोई पदार्थ प्रकाश को दाएँ (Dextrorotatory) या बाएँ (Levorotatory) दिशा में घुमाता है।
- विशिष्ट घूर्णनांक, किसी पदार्थ की प्रकृति और उसकी संरचना को समझने में मदद करता है।
इस प्रकार, इस प्रयोग के माध्यम से हमने घूर्णनमापी का उपयोग करना सीखा और सूक्ष्मणीय पदार्थों के गुणधर्मों को समझा।