M.Sc.1 Sem Inorganic chemistry |पाठ्यक्रम में अकार्बनिक रसायन विज्ञान के बुनियादी और उन्नत पहलुओं का अध्ययन किया जाता है। इसमें अणुओं की संरचना और बंधन (VSEPR सिद्धांत, Walsh आरेख, और Bent नियम), धातु-लिगैंड जटिलों की स्थिरता और उनका संतुलन, संक्रमण धातु जटिलों की अभिक्रिया तंत्र, धातु-लिगैंड बंधन के लिए क्रिस्टल फील्ड और आणविक कक्षीय सिद्धांत, और हार्ड और सॉफ़्ट एसिड-बेस (HSAB) सिद्धांत शामिल हैं। यह पाठ्यक्रम छात्रों को अकार्बनिक रसायन विज्ञान की गहरी समझ प्रदान करता है, जो अनुसंधान और व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए आवश्यक है।
M.Sc.1 Sem Inorganic chemistry CCE 2024-25
Unit-I: Stereochemistry and Bonding in Main Group Compounds
- Walsh diagrams का triatomic और penta-atomic अणुओं की संरचना में क्या उपयोग है?
- Bent rule और hybridization की ऊर्जात्मकता का वर्णन करें।
Unit-II: Metal-Ligand Equilibrium in Solution
- Stepwise और overall formation constants के बीच क्या संबंध है?
- Chelate effect के थर्मोडायनामिक मूल का वर्णन करें।
Unit-III: Reaction Mechanism of Transition Metal Complexes
- Acid hydrolysis और base hydrolysis की kinetically प्रभावित करने वाले कारक क्या हैं?
- Square planar complexes में trans effect का substitution reactions पर क्या प्रभाव पड़ता है?
Unit-IV: Metal-Ligand Bonding
- Crystal field theory की सीमाओं को दर्शाते हुए octahedral complexes के लिए molecular orbital theory समझाएं।
- π-bonding के संदर्भ में molecular orbital theory का उपयोग कैसे किया जाता है?
Unit-V: HSAB Theory
- Hard और soft acids और bases को कैसे वर्गीकृत किया जाता है?
- HSAB concept के आधार पर Lewis acid-base प्रतिक्रियाओं का विश्लेषण करें।