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Textile Technology in Ancient India: Cotton, Silk & Wool Craftsmanship

Discover the rich textile technology in Ancient India, including cotton spinning, silk weaving, and wool processing. Learn how traditional craftsmanship shaped global trade and culture.

Textile Technology in Ancient India: Cotton, Silk & Wool Craftsmanship

🟦 1. परिचय (Introduction)

Textile technology in Ancient India विश्व की सबसे प्राचीन और उन्नत तकनीकों में से एक मानी जाती है। सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर गुप्त और मौर्य युग तक, भारत ने कपास, रेशम और ऊन के वस्त्र निर्माण में अद्वितीय प्रगति की। भारत की कताई, बुनाई और रंगाई की कला इतनी समृद्ध थी कि इसकी ख्याति रोम, मिस्र, चीन और अरब तक फैली।


🟦 2. स्रोत (Sources of Information)

Textile technology in Ancient India को समझने के लिए कई स्रोत उपलब्ध हैं:

  • पुरातात्विक प्रमाण – हड़प्पा, मोहनजोदड़ो जैसे स्थलों से मिले कपड़े, सूत और तकलियाँ।

  • साहित्यिक स्रोत – ऋग्वेद, अर्थशास्त्र, जातक कथाएँ, पेरिप्लस, मेगस्थनीज आदि।

  • विदेशी यात्रियों के विवरण – फाह्यान, ह्वेनसांग और इब्न बतूता ने भारतीय वस्त्रों की प्रशंसा की।

  • चित्रकला व मूर्तियाँ – अजंता, मथुरा, और सांची से textile technology in Ancient India की पुष्टि होती है।


🟦 3. वस्त्र प्रौद्योगिकी के प्रकार (Types of Textile Technology in Ancient India)

✅ (A) कपास (Cotton Technology)

  • भारत में सबसे पहले कपास की खेती और वस्त्र निर्माण हुआ।

  • Textile technology in Ancient India में तकली और चरखे का प्रयोग कर सूत तैयार किया जाता था।

  • रंगाई में नीला (इंडिगो), हल्दी, अनार, लाख जैसे प्राकृतिक रंगों का प्रयोग होता था।

  • उत्पादित वस्त्र जैसे मलमल, कालीको आदि वैश्विक व्यापार का हिस्सा बने।

✅ (B) रेशम (Silk Technology)

  • भारत में तसर, मुगा और एरी जैसे स्वदेशी रेशम का विकास हुआ।

  • Textile technology in Ancient India में रेशम को उबालकर उच्च गुणवत्ता के वस्त्र बनाए जाते थे।

  • वाराणसी, कोशांबी और असम जैसे केंद्र प्रसिद्ध थे।

✅ (C) ऊन (Wool Technology)

  • कश्मीर, लद्दाख, और गांधार जैसे ठंडे क्षेत्रों में ऊन का प्रचलन था।

  • हाथ से कताई करके कंबल, शॉल बनाए जाते थे।

  • यह भी textile technology in Ancient India का महत्वपूर्ण हिस्सा था।


🟦 4. मुख्य विशेषताएँ (Key Features of Textile Technology in Ancient India)

  • हाथ करघे (Handlooms): महीन और सजावटी डिज़ाइनों के लिए प्रसिद्ध।

  • प्राकृतिक रंग: पर्यावरण-सुरक्षित रंगों का इस्तेमाल होता था।

  • कला और व्यापार का मेल: वस्त्र एक व्यापारिक वस्तु के साथ सांस्कृतिक कला का प्रतीक भी थे।


🟦 5. उदाहरण (Examples)

✅ उदाहरण 1: मोहनजोदड़ो का कपास

  • Textile technology in Ancient India का सबसे पुराना प्रमाण मोहनजोदड़ो से मिला कपास का टुकड़ा है।

✅ उदाहरण 2: मगध की रेशमी साड़ियाँ

  • मेगस्थनीज ने लिखा कि मगध की साड़ियाँ ग्रीस और रोम तक जाती थीं।

✅ उदाहरण 3: कश्मीर का ऊनी उद्योग

  • कश्मीरी शॉल और चादरें मध्य एशिया तक प्रसिद्ध थीं।

✅ उदाहरण 4: अजंता चित्रकला में वस्त्र चित्रण

  • अजंता की गुफाओं में textile technology in Ancient India की उत्कृष्ट झलक मिलती है।


🟦 6. निष्कर्ष (Conclusion)

Textile technology in Ancient India ने कपास, रेशम और ऊन के वस्त्र निर्माण में नई ऊँचाइयों को छुआ। यह केवल स्थानीय उपयोग तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वैश्विक व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का आधार बना। आज की बनारसी, पश्मीना और कांचीपुरम परंपराएँ इसी विरासत का विस्तार हैं।

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